बिजली बचाने चले थे, लाखों गंवा बैठे! नकली सोलर पैनल से ऐसे बचें – 60% लोग बन रहे हैं शिकार

Durgesh Paptwan
Durgesh Paptwan | June 22, 2025

सोलर पैनल का मकसद होता है बिजली की बचत और लंबी अवधि में लागत कम करना। लेकिन हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 60% लोग अनजाने में नकली सोलर पैनल खरीद लेते हैं, जो न सिर्फ उनकी जेब पर भारी पड़ता है, बल्कि खराब परफॉर्मेंस के कारण उम्मीदों पर भी पानी फेर देता है। मार्केट में कई चीनी (Chinese) पैनल लोकल कंपनियों के नाम से बेचे जा रहे हैं, जिनका कोई गारंटी-बैकअप नहीं होता। ऐसे पैनल सस्ते जरूर होते हैं, लेकिन न के बराबर वोल्टेज प्रोड्यूस करते हैं और जल्दी खराब भी हो जाते हैं।

fake solar panel identify method

नकली पैनल की पहचान कैसे करें?

नकली और असली सोलर पैनल की पहचान करना मुश्किल नहीं, अगर आप थोड़ी सी सावधानी रखें। सबसे पहले पैनल पर लगे Logo को ध्यान से देखें। ओरिजिनल कंपनियां अपने पैनल्स में Logo को ग्लास के अंदर एम्बेड करती हैं, जबकि नकली पैनलों में Logo सिर्फ ग्लास के ऊपर चिपकाया होता है, जो जल्दी उखड़ सकता है। इसके अलावा हर असली पैनल की बैक साइड पर वोल्टेज और अन्य टेक्निकल डिटेल्स दी होती हैं। इसे आप एक सामान्य वोल्टमीटर से जांच सकते हैं। यदि आउटपुट वोल्टेज में 2-4% से ज्यादा का अंतर दिखता है, तो समझ लीजिए कि पैनल नकली हो सकता है।

बारकोड और सीरियल नंबर से करें पुष्टि

आजकल हर जेन्युइन सोलर पैनल पर एक यूनिक सीरियल नंबर और बारकोड दिया जाता है, जिसे मोबाइल से स्कैन कर सकते हैं। स्कैन करने पर पैनल से जुड़ी सारी जानकारी – जैसे मैन्युफैक्चरिंग डेट, कंपनी का नाम, लोकेशन, ऑथेंटिसिटी आदि – तुरंत मिल जानी चाहिए। यदि स्कैन करने पर कोई जानकारी नहीं मिलती या गलत डिटेल्स आती हैं, तो वो पैनल नकली हो सकता है। इसी तरह, नकली पैनल्स में अक्सर वॉरंटी नहीं दी जाती, इसलिए GST बिल के बिना कोई भी खरीदारी न करें। बिल न होने पर आपको सर्विस या रिप्लेसमेंट की सुविधा नहीं मिलेगी और आपका पैसा पूरी तरह बर्बाद हो सकता है।

किन कंपनियों पर कर सकते हैं भरोसा?

भारत में कुछ कंपनियां हैं जो विश्वसनीय और प्रमाणिक सोलर पैनल बनाती हैं। इनमें Vikram Solar, Adani Solar, Waaree Solar और Tata Solar प्रमुख नाम हैं। Vikram Solar अपने हाई एफिशिएंसी और लंबी वारंटी के लिए जाना जाता है, जबकि Adani Solar किफायती और भरोसेमंद विकल्प देता है। Waaree Solar को बेस्ट परफॉरमेंस के लिए जाना जाता है और Tata Solar की पहचान विश्वसनीयता और टिकाऊपन में है। इन कंपनियों के पैनल्स BIS सर्टिफाइड होते हैं और इनकी सर्विस नेटवर्क भी अच्छा होता है। इसलिए सोलर खरीदते समय केवल कीमत नहीं, ब्रांड की भी जांच जरूर करें।

सस्ते के चक्कर में न गवाएं लाखों

भारत में तेजी से बढ़ती सोलर डिमांड के चलते बाजार में नकली प्रोडक्ट्स की भरमार हो गई है। कई लोकल डीलर, ग्राहकों को सस्ते के नाम पर घटिया और नकली पैनल बेच रहे हैं। ग्राहक यह सोचकर खरीद लेते हैं कि कुछ हजार रुपये बचा लेंगे, लेकिन ये बचत आगे चलकर लाखों की बर्बादी बन जाती है। इसलिए पैनल खरीदने से पहले पूरी जानकारी लें, वोल्टेज चेक करें, बारकोड स्कैन करें और हमेशा भरोसेमंद ब्रांड से ही खरीदें। याद रखें, सोलर पैनल एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट है, इसे सोच-समझकर खरीदें ताकि बिजली के साथ-साथ आपकी मेहनत की कमाई भी सुरक्षित रहे।

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