गर्मी के मौसम में AC एक तरह से जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। लेकिन AC चलाने में बिजली का खर्च काफी बढ़ जाता है, और साथ ही पर्यावरण पर भी इसका असर पड़ता है। इसलिए लोग अब सोलर पैनल्स की तरफ जा रहे हैं। सोलर पैनल्स न सिर्फ पर्यावरण के लिए अच्छे हैं बल्कि आपकी बिजली की बिल में भी काफी कमी ला सकते हैं। अब सवाल यह है कि अगर आपके पास 1 टन का AC है, तो आपको कितने किलोवाट का सोलर पैनल लगाना चाहिए? आइए, इस सवाल का जवाब जानते हैं।

पहली बात, हमें समझना होगा कि 1 टन AC का मतलब क्या है। अगर आप सोच रहे हैं कि यह वजन से संबंधित है, तो आप गलत हैं। यहाँ टन का मतलब है कुलिंग कैपेसिटी या ठंडक पैदा करने की क्षमता। 1 टन AC की कुलिंग कैपेसिटी लगभग 12,000 BTU (ब्रिटिश थर्मल यूनिट) होती है।
अब, एक एवरेज 1 टन AC लगभग 1 किलोवाट (kW) बिजली का उपयोग करता है। वैसे यह AC की रेटिंग पर भी निर्भर करता है जैसे एक 5 स्टार रेटिंग वाला AC, 3 स्टार या 4 स्टार वाले AC से कम बिजली खपत करता है। इस प्रकार अगर आप इस AC को 6 घंटे चलाएंगे तो यह लगभग 6 किलोवाट-घंटे (kWh) यानि की 6 यूनिट प्रतिदिन बिजली का उपयोग करेगा।
सोलर पैनल की कैपेसिटी ऐसे करे कैल्क्युलेट
अब यदि हमें जानना है की 1 टन का AC लगाने के लिए कितने किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल लगाना चाहिए तो इसे हम ऐसे कैलकुलेट कर सकते है। हमने ऊपर देखा की 1 टन AC प्रतिदिन 6 घंटे चलने पर 6 यूनिट बिजली की खपत करता है। यदि हम अपने घर पर पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत 1kw का सोलर पैनल लगाए तो प्रतिदिन हमें 4-5 यूनिट बिजली की उस सोलर पैनल से मिलेगी।
ऐसे में 1 टन AC को चलाने के लिए 1kw का सोलर सिस्टम काम नहीं करता है। यदि हम अपने घर पर 2kw का सोलर सिस्टम लगाते है तो यह सोलर प्रतिदिन 8-10 यूनिट बिजली बनता है। ऐसे में प्रतिदिन 6 यूनिट खर्च करने वाला हमारा 1 टन का AC भी आसानी से चल जायेगा और साथ में अन्य बिजली के उपकरण जैसे टीवी, फ्रिज, पंखे, LED बल्ब भी चल जायेंगे। अत: हमें 1 टन का AC चलाने के लिए कम से कम 2kw का सोलर रूफटॉप अपने घर की छत पर लगाना चाहिए। यदि हम 3kw का सोलर सिस्टम लगवाते है तो इसमें 1 टन का AC चलाने के बाद अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचकर अच्छी कमाई भी कर सकते है। यदि आपका कमरा बडा है तो आप 1.5 टन का AC भी आराम से चला सकते है।
सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार देती है भारी सब्सिडी
सोलर पैनल का बढ़ावा देने के लिए हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना’ लांच की है जिसके तहत अगर आप 1 किलोवाट (kW) का सिस्टम लगाते हैं, तो आपको 30,000 रुपये की सब्सिडी मिलेगी। यदि आप 2 kw का सोलर पैनल लगाते है तो सरकार आपको 60,000 रुपये की सब्सिडी देगी और यदि आप 3 kw का सोलर सिस्टम अपनी छत पर लगाते है तो आपको कुल 78,000 रुपये की सब्सिडी मिलेगी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यदि आप 3kw से अधिक क्षमता का सोलर सिस्टम लगाते है तब भी आपको अधिकतम 78,000 रुपये की सब्सिडी ही मिलेगी यानी की 4kw, 5kw या 10 kw का क्षमता का सोलर सिस्टम लगाने पर भी आपको अधिकतम 78,000 रुपये की सब्सिडी ही मिलेगी।
कितने सोलर पैनल लगेंगे?
सोलर पैनल की संख्या इस बात पर निर्भर करती है कि एक पैनल कितने वाट का है। उदाहरण के लिए:
- अगर आप 250 वाट के पैनल यूज करते हैं, तो 2 किलोवाट के लिए 8 पैनल चाहिए।
- अगर 500 वाट के पैनल लेते हैं, तो सिर्फ 4 पैनल काफी होंगे।
आजकल मार्केट में 330 से 550 वाट के सोलर पैनल आसानी से मिल जाते हैं। तो, 3 किलोवाट सिस्टम के लिए आपको 6-10 पैनल की जरूरत पड़ सकती है।
सोलर सिस्टम का खर्च
अब बात आती है खर्च की। सोलर पैनल्स और इन्वर्टर की इनिशियल कॉस्ट थोड़ी ज्यादा होती है, लेकिन लॉन्ग टर्म में ये फायदे का सौदा है। एक 2kW सोलर सिस्टम की कॉस्ट लगभग 1 लाख़ रुपए हो सकती है, जिसमें सरकार आपको 60,000 रुपये की सब्सिडी दे देती है। ऐसे में आपको 2kW सोलर सिस्टम के लिए मात्र 40,000 रुपये ही पे करने होंगे।