राजस्थान में अब आम आदमी के लिए छत पर सोलर पैनल लगवाना पहले से कहीं ज्यादा आसान और सस्ता हो गया है। टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL) ने प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत एक नई स्कीम की शुरुआत की है जिसके तहत अब सिर्फ ₹7,499 की शुरुआती राशि देकर सोलर पैनल इंस्टॉल कराया जा सकता है। बाकी की रकम मासिक किश्तों में आराम से चुकाई जा सकती है। इस स्कीम की शुरुआत जयपुर में टाटा पावर के सीईओ और एमडी डॉ. प्रवीर सिन्हा की मौजूदगी में हुई। उनका कहना है कि इस योजना का मकसद लोगों को बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना और पर्यावरण को सुरक्षित रखना है।

सोलर सिस्टम लगवाना अब हर किसी के बजट में
इस योजना की सबसे खास बात यह है कि इसके लिए भारी-भरकम रकम एकमुश्त देने की जरूरत नहीं है। यूजर को सिर्फ एडवांस में छोटी सी राशि देनी होगी और बाकी पैसा आसान मासिक किश्तों में चुकाया जा सकेगा। उदाहरण के लिए, अगर आप 2 किलोवाट का सोलर सिस्टम लेना चाहते हैं तो आपको ₹7,499 एडवांस देना होगा और ₹2,449 की मासिक किश्त देनी होगी। इसी तरह 3 किलोवाट, 5 किलोवाट और 10 किलोवाट सिस्टम के लिए अलग-अलग प्लान उपलब्ध हैं। नीचे दी गई टेबल से आप सभी विकल्पों की जानकारी देख सकते हैं।
सिस्टम क्षमता | एडवांस रकम | मासिक किश्त | समय |
2 किलोवाट | ₹7,499 | ₹2,449 | 57 महीने |
3 किलोवाट | ₹9,999 | ₹3,209 | 57 महीने |
5 किलोवाट | ₹24,999 | ₹5,999 | 60 महीने |
10 किलोवाट | ₹49,999 | ₹11,909 | 60 महीने |
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत मिल रही है सब्सिडी
टाटा पावर की इस स्कीम को प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना का सहयोग भी मिल रहा है, जिसके तहत लोगों को भारी सब्सिडी दी जा रही है। 3 किलोवाट तक के सोलर सिस्टम पर कुल ₹78,000 तक की सब्सिडी मिल सकती है। इसमें पहले 2 किलोवाट पर ₹30,000 प्रति किलोवाट की दर से और अगले 1 किलोवाट पर ₹18,000 प्रति किलोवाट की दर से सब्सिडी शामिल है। यानी 3 किलोवाट सिस्टम लगवाने पर यूजर को काफी बड़ा वित्तीय फायदा मिल सकता है। इसके साथ 1 साल का मुफ्त बीमा भी दिया जाएगा जो इस योजना को और भी आकर्षक बना देता है।
राजस्थान के लाखों घरों तक पहुंचेगा सोलर सिस्टम
डॉ. प्रवीर सिन्हा ने जानकारी दी कि टाटा पावर का लक्ष्य है कि आने वाले चार वर्षों में राजस्थान के 10 लाख घरों तक सोलर एनर्जी पहुंचाई जाए। अभी तक कंपनी ने राज्य में 7,600 रूफटॉप सिस्टम इंस्टॉल किए हैं जिनकी कुल क्षमता 180 मेगावाट है। वित्त वर्ष 2025-26 तक कंपनी का उद्देश्य 125 मेगावाट की अतिरिक्त क्षमता जोड़ने का है। इसके लिए टाटा पावर ने राज्य की तीन प्रमुख वितरण कंपनियों JVVNL, AVVNL और JdVVNL के साथ साझेदारी की है। शुरुआत में यह योजना जयपुर, कोटा, जोधपुर, उदयपुर और बीकानेर जैसे प्रमुख शहरों में लागू की जा रही है लेकिन आगे चलकर इसे पूरे राज्य में फैलाया जाएगा।
आने वाली पीढ़ियों को मिलेगा सुरक्षित भविष्य
यह योजना सिर्फ आर्थिक रूप से फायदेमंद नहीं है, बल्कि पर्यावरण की दृष्टि से भी बेहद जरूरी है। पारंपरिक बिजली उत्पादन की तुलना में सोलर पावर पूरी तरह प्रदूषण मुक्त है। इससे न केवल कार्बन उत्सर्जन घटेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और सुरक्षित पर्यावरण भी सुनिश्चित होगा। टाटा पावर इस दिशा में स्कूलों और समाज के अन्य वर्गों को जागरूक करने के लिए कैंपेन भी चला रही है। यह एक ऐसा कदम है जो न सिर्फ आज की जरूरतें पूरी करता है, बल्कि भविष्य को भी सुरक्षित बनाता है।
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