Waaree Energies के शेयरों में सोमवार को हल्की गिरावट दर्ज की गई, जब कंपनी के जून तिमाही के नतीजों से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया। सुबह 11 बजे तक BSE पर यह स्टॉक 2% गिरकर ₹3,131.10 पर आ गया। हालांकि, इस गिरावट के पीछे बाजार की चालाकी मानी जा रही है, क्योंकि अंदर से कंपनी के नतीजों को लेकर जबरदस्त पॉजिटिव संकेत मिल रहे हैं। विश्लेषकों का मानना है कि Waaree Energies इस तिमाही में 65% तक मुनाफे की छलांग लगा सकती है, जो निवेशकों के लिए आने वाले समय में बड़ा रिटर्न दे सकता है।

Kotak और Nuvama जैसे ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि जून तिमाही में Waaree की नेट प्रॉफिट ₹649 करोड़ से ऊपर जा सकती है, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹394 करोड़ थी। यानी लगभग 65%-66% की ग्रोथ। बिक्री (Net Sales) में भी 30% से अधिक की उछाल की उम्मीद है, जो ₹4,496 करोड़ तक पहुंच सकती है। इसके अलावा, कंपनी की EBITDA मार्जिन में 702 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी की बात कही जा रही है, जो ऑपरेशनल एफिशिएंसी और घटती रॉ मैटेरियल कॉस्ट का संकेत देती है। इसके अलावा कंपनी की सोलर सेल फैक्ट्री, जिसकी क्षमता 5.4 GW है, अब बेहतर utilization पर चल रही है, जिससे क्वार्टर दर क्वार्टर भी 12% ग्रोथ की उम्मीद है।
कंपनी का EPC बिज़नेस भी अब तेजी से बढ़ रहा है, जिससे वित्तीय प्रदर्शन को और मजबूती मिल रही है। खास बात यह है कि Waaree Energies अब घरेलू DCR (Domestic Content Requirement) मार्केट में एंटर कर चुकी है, जहां मार्जिन्स काफी बेहतर होते हैं। साथ ही, कंपनी के नए बिज़नेस वेंचर्स और अमेरिका में टैक्स क्रेडिट खत्म होने का क्या असर होगा, इस पर भी निवेशक नज़र बनाए हुए हैं। अगर इन पहलुओं पर कंपनी ने पॉजिटिव अपडेट दिया, तो स्टॉक में तेज़ उछाल संभव है।
अप्रैल 2025 से अब तक Waaree के शेयरों में 50% तक की तेजी पहले ही देखी जा चुकी है, लेकिन सोमवार की यह 2% गिरावट कई निवेशकों को भ्रमित कर सकती है। बाजार में अक्सर रिजल्ट से पहले हल्की गिरावट देखने को मिलती है, जिसे “प्रॉफिट बुकिंग” या “साइकोलॉजिकल कूल-ऑफ” माना जाता है। लेकिन अगर अनुमान सही निकले और कंपनी का मुनाफा 65% तक उछल गया, तो ये स्टॉक फिर से नई ऊंचाइयों पर पहुंच सकता है। ऐसे में यह गिरावट लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए एक एंट्री पॉइंट बन सकती है।
Waaree Energies का फोकस अब उत्पादन क्षमता बढ़ाने, हाई मार्जिन वाले प्रोडक्ट्स पर ध्यान देने और नये मार्केट में उतरने पर है। ऐसे में कंपनी का FY26 के लिए EBITDA गाइडेंस ₹5,500–₹6,000 करोड़ तक पहुंचने का दावा, इसे एक मजबूत और भरोसेमंद प्लेयर बना देता है। अगर आने वाले रिजल्ट अनुमान के मुताबिक रहे, तो बाजार इस गिरावट को पलटते हुए बड़ी छलांग दिखा सकता है। इसलिए निवेशकों के लिए यह समय सावधानी से लेकिन रणनीतिक सोच के साथ कदम उठाने का हो सकता है।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।
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